इस रिश्ते को पर्दा ही रहने दो,
तुमसे न बताया जायेगा ,
तुमसे न बताया जायेगा ,
तुम तो न पहचानोगे मुझे,
पर आँखों से रहा न जायेगा !
पर आँखों से रहा न जायेगा !
कोई बात बाकी नहीं रही,
हिसाब ख़तम कर दिया मैंने ,
हिसाब ख़तम कर दिया मैंने ,
असल तो तुम ले गए,
यादों से मेरा वक़्त कट जायेगा !
यादों से मेरा वक़्त कट जायेगा !
थकना ही होगा उसे एक दिन ,
ये मंज़र ही ऐसा है साहब,
ये मंज़र ही ऐसा है साहब,
लोहे के पिंजरे में अकेला,
आखिर कब तक फड़फडायेगा !
आखिर कब तक फड़फडायेगा !
मैंने नहीं कहा तुमको बेवफा,
बेफिर्क ज़िन्दगी जी तो तुम ,
बेफिर्क ज़िन्दगी जी तो तुम ,
वो कहते हैं मुझको बुजदिल,
इलज़ाम किसी के सर तो जायेगा !
इलज़ाम किसी के सर तो जायेगा !
कोई बात बाकी नहीं रही, हिसाब ख़तम कर दिया मैंने ,
ReplyDeleteअसल तो तुम ले गए, यादों से मेरा वक़्त कट जायेगा ! ..
prem mein yaadon se hi bad vaqt kat paata hai ...
lajwaab sher ...
इस रिश्ते को पर्दा ही रहने दो, तुमसे न बताया जायेगा ,
ReplyDeleteतुम तो न पहचानोगे मुझे, पर आँखों से रहा न जायेगा !
क्या बात है ....
बहुत खूब ....!!